अकोला, 31 अगस्त, 2022: कृषि विज्ञान कंपनी एफएमसी इंडिया ने आज महाराष्ट्र राज्य सरकार के कृषि विभाग के साथ भागीदारी में भारत के अकोला जिले में कृषक समुदाय के लिए कीटनाशकों के उपयोग के संबंध में सुरक्षा जागरूकता और प्रबंधन के अपने अभियान के तीसरे वर्ष की शुरुआत की।
इस वर्ष का अभियान एक पहल पर आधारित है, जिसे एफएमसी इंडिया द्वारा वर्ष 2020 में अकोला में कृषक समुदाय के बीच दुर्घटनावश विषाक्त कीटनाशक के सेवन से हो रही दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से सुरक्षित कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था.
जागरूकता अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए, एफएमसी इंडिया के अध्यक्ष श्री रवि अन्नावरपु ने कहा, "एफएमसी भारत में कृषक समुदाय के कल्याण के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहा है. उदाहरण के लिए, हम कई वर्षों से किसानों को सुरक्षित और संधारणीय कृषि पद्धतियों का प्रशिक्षण देते आ रहे हैं. 2021 में अकोला के अलग-अलग गांवों के 7,500 किसान हमारे अभियान से जुड़े थे और हमें पूरा विश्वास है कि इस वर्ष का अभियान और भी बड़ा होगा और व्यापक कृषक समुदायों तक पहुंच कर उनकी जागरूकता और ज्ञान को बेहतर बनाएगा."
इस अभियान के हिस्से के रूप में, किसानों की बैठक बुलाने और अलग-अलग फसल मौसमों और फसलों की अलग-अलग किस्मों में कीटनाशकों के उचित उपयोग के संबंध में शिक्षा सत्र आयोजित करने के लिए एफएमसी इंडिया ने सरकार के कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग और कृषि विज्ञान केंद्रों के साथ भागीदारी की है। पूरे अकोला में अधिक से अधिक गांवों में जाकर किसानों के लिए शिक्षा सत्र आयोजित करने के लिए बड़े पैमाने पर मोबाइल वैन रवाना किए गए हैं।
इस वर्ष का अभियान कई गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में शुरू किया गया, जिनमें अकोला जिले के सीईओ सौरभ कटियार, अकोला जिले की जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिभाताई भोजने, अतिरिक्त सीईओ डॉ सौरभ पवार, अकोला जिले के कृषि अधीक्षक श्री आरिफ शाह, जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती पुष्पाताई इंगले, अकोला जिले के कृषि विकास अधिकारी श्री मुरलीधर इंगले, जिला गुणवत्ता नियंत्रक मिलिंद जांजल के साथ एफएमसी इंडिया के एरिया मार्केटिंग मैनेजर श्री हीरामन मंडल शामिल थे।
समर्थ परियोजना (स्वच्छ जल की पहल), उगम (मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाली पद्धतियों को बढ़ावा) और मधुशक्ति परियोजना (मधुमक्खी पालन के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं में उद्यमिता विकसित करने के लिए जीबी पंत विश्वविद्यालय के साथ भागीदारी) जैसी पहलों और कार्यक्रमों के साथ एफएमसी इंडिया किसानों की सहायता करने में लगातार आगे रहा है।
एफएमसी के बारे में
एफएमसी कॉर्पोरेशन एक वैश्विक कृषि विज्ञान कंपनी है जो किसानों को बदलते वातावरण के साथ अनुकूलन बनाते हुए विश्व की जनसंख्या के लिए भोजन, खाद्य, रेशे और ईंधन उत्पादित करने में मदद करने के लिए समर्पित है. एफएमसी के नवोन्मेषी फसल सुरक्षा समाधान - जिनमें जैविक समाधान, फसल पोषण समाधान व डिजिटल और सटीक कृषि से संबंधित समाधान शामिल हैं - फसल उत्पादकों, फसल सलाहकारों और टर्फ और कीट प्रबंधन से जुड़े पेशेवरों को पर्यावरण की सुरक्षा करते हुए आर्थिक रूप से अपनी सबसे कठिन चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाते हैं। दुनियाभर में 100 से अधिक कार्यालयों/कारखानों में लगभग 6,400 कर्मचारियों के साथ, एफएमसी नए शाकनाशी, कीटनाशी और फफूंदनाशी सक्रिय घटकों की खोज करने और उत्पाद निर्माण की पद्धतियों और अग्रणी तकनीकों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो इस दुनिया के लिए लगातार बेहतर साबित हो सकें। अधिक जानकारी के लिए fmc.com और ag.fmc.com/in/en पर जाएं तथा फेसबुक® और यूट्यूब® पर एफएमसी इंडिया को फॉलो करें।