भारत* में सतही जल का 80% से अधिक उपयोग कृषि के लिए होता है, जिससे भूजल के निरंतर ह्रास की दर बढ़ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में दूषित या खराब पेयजल एक अन्य प्रमुख चिंता का विषय है. एफएमसी इंडिया जल प्रबंधन के मुद्दों पर हितधारकों की संवेदनशीलता बढ़ाने के अपने प्रयास के लिए प्रतिबद्ध है. यह ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के उपयोग को अनुकूलित करने और पीने के पानी की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कुशल और सतत तरीकों को बढ़ावा देता है।
अपने बहु-वर्षीय कार्यक्रम - 'समर्थ' के साथ, एफएमसी इंडिया जल प्रबंधन संबंधी विकास करके ग्रामीण समुदायों को सशक्त बना रहा है, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है. ''समर्थ' एक हिन्दी शब्द है जिसका अर्थ है सशक्त. इस कार्यक्रम के 3 मुख्य आधार हैं - स्वास्थ्य के लिए जल, जल संरक्षण और प्रति बूंद अधिक फसल।
परियोजना 'समर्थ' नामक यात्रा की शुरुआत उत्तर प्रदेश से 2019 हुई और आज इसका विस्तार अन्य राज्यों में भी किया गया है. नीचे कार्यक्रम के कुछ मुख्य अंश दिए गए हैं –
चरण 1, 2019 के हमारे मुख्य कार्य
- 2000 लीटर प्रति घंटे; प्रति दिन 48 केएल फिल्टर करने की क्षमता के साथ, उत्तर प्रदेश में 15 जल शुद्धिकरण संयत्र स्थापित किए गए हैं।
- इस संयंत्र द्वारा 60 लाभार्थी गांवों में लगभग 40000 किसान परिवारों की सुरक्षित पेयजल की आवश्यकताओं को पूरा किया जाता है।
- वितरण इकाइयों को स्वाइप कार्ड द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
- प्रत्येक लाभार्थी परिवार को एक स्वाइप कार्ड आवंटित किया जाता है, जिसके उपयोग से परिवार प्रति दिन 20-लीटर पीने का पानी ले सकते हैं।
- इन संयत्रों का प्रबंधन स्वयं ग्राम समुदायों द्वारा किया जाता है. एफएमसी के क्षेत्रीय कर्मचारी प्रशिक्षण और प्रबंधन के लिए स्थानीय समुदायों की मदद करते हैं।
चरण 2, 2020 के हमारे मुख्य कार्य
- उत्तर प्रदेश में 18 नए सामुदायिक जल शुद्धिकरण संयंत्र स्थापित किए गए हैं।
- पंजाब में 9 नए सामुदायिक जल शुद्धिकरण संयंत्र स्थापित किए गए हैं।
- 100 गांवों के 80,000 किसान परिवारों को सेवा प्रदान करने का लक्ष्य है।
- वितरण इकाइयों को स्वाइप कार्ड द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
- प्रत्येक परिवार को प्रतिदिन 20-लीटर जल आवंटन के लिए एक स्वाइप कार्ड मिलता है।
- एफएमसी कर्मचारी प्रशिक्षण और प्रबंधन पर स्थानीय समुदायों को मदद करता है।
2021 के लिए योजना
- उत्तर प्रदेश और पंजाब के अलावा 5 नए राज्यों में परियोजना का विस्तार किया जाएगा।
- ग्रामीण भारत में ज़रूरत वाले स्थानों पर 30 नए सामुदायिक जल शुद्धिकरण संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
जल प्रबंधन को बढ़ावा देना
- एफएमसी ने 22 फरवरी, 2021 को विश्व जल दिवस 2021 मनाया, जिसमें 18 राज्यों में 400+ किसान बैठकों का आयोजन करके जल प्रबंधन को बढ़ावा दिया गया और 14000 से अधिक कृषि समुदायों तक पहुंचा गया।
- एफएमसी ने वित्तीय वर्ष 2021 में अपने पनोली निर्माण स्थल पर पानी के उपयोग की मात्रा में 26% का सुधार किया है।
'समर्थ' का विस्तार वर्ष 2021 में अतिरिक्त क्षेत्रों में किया जाएगा. अधिक जानकारी के लिए यहां देखें।