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एफएमसी इंडिया ने साइंस लीडर्स छात्रवृत्ति कार्यक्रम के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी की

24 जून, 2022:   कृषि विज्ञान कंपनी एफएमसी इंडिया ने आज लुधियाना में देश के प्रमुख कृषि विश्वविद्यालयों में से एक - पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. यह सहयोग भारत के आठ राज्यों में प्रसिद्ध कृषि विद्यालयों के लिए एफएमसी के बहु-वर्षीय छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में प्रतिभा को बढ़ावा देना है. इस एमओयू पर एफएमसी इंडिया के अनुसंधान और विकास निदेशक डॉ आनंदकृष्णन बलरामण, और डॉ. शम्मी कपूर, रजिस्ट्रार, पीएयू द्वारा हस्ताक्षर किए गए, इस अवसर पर संदीप बैंस, डीन, परास्नातक अध्ययन, अन्य निदेशक, डीन और विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रमुख मौजूद रहे।

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के साथ इस समझौते के तहत, एफएमसी इस विश्वविद्यालय से कृषि विज्ञान में डॉक्टरेट और मास्टर्स डिग्री की पढ़ाई करने वाले छात्रों को हर वर्ष चार छात्रवृत्ति प्रदान करेगा. एफएमसी सीधे विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर काम करेगा और उनके प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान करने और विज्ञान और अनुसंधान के लिए उनकी रुचि विकसित करने में मदद करेगा. इन छात्रवृत्तियों का पचास प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को दिया जाएगा ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को कृषि विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. छात्रवृत्तियों के अलावा, एफएमसी इस विश्वविद्यालय के साथ लंबे समय से जारी अपने सहयोगी अनुसंधान कार्यों और रणनीतिक साझेदारी का और विस्तार करेगा।

“एफएमसी साइंस लीडर्स छात्रवृत्ति कार्यक्रम को कृषि अनुसंधान में इच्छुक वैज्ञानिकों की योग्यता विकसित करने के लिए अधिक अवसर पैदा करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है. इसके अलावा, एफएमसी की छात्रवृत्तियों के माध्यम से, छात्रवृत्ति पाने वाले उम्मीदवारों को उनके सर्वांगीण विकास के लिए इंटर्नशिप और औद्योगिक मार्गदर्शन के अवसर प्रदान किए जाएंगे. इससे छात्रों को कृषि उद्योग में बेहतर करियर बनाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और अंततः वे कृषक समुदाय की उभरती समस्याओं को हल करके भारतीय कृषि में योगदान देंगे," एफएमसी इंडिया के अनुसंधान और विकास निदेशक डॉ आनंदकृष्णन बलरामण ने कहा।

पीएयू के रजिस्ट्रार डॉ शम्मी कपूर ने कृषि और खाद्य क्षेत्र में व्यापक समाधान प्रदान करने के लिए दिए गए योगदान और अपनी रणनीति, योजना निर्माण और कार्य योजनाओं में किसानों को सबसे पहले रखने के सिद्धांत के लिए एफएमसी की प्रशंसा की और कहा कि एफएमसी साइंस लीडर्स छात्रवृत्ति कार्यक्रम जैसी छात्रवृत्तियां संस्थानों में युवा नवोन्मेषी छात्रों के मन को प्रेरित करके भविष्य की संधारणीय कृषि प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में मदद करेंगी. मार्गदर्शक के रूप में उद्योग के विशेषज्ञों को शामिल करने से छात्रों के कौशल में वृद्धि होगी और वे पाएंगे देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने का अवसर। 

 

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डॉ. (श्रीमती) संदीप बैंस, डीन, परास्नातक अध्ययन, पीएयू ने भी विश्वविद्यालय के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और अपने विषय के क्षेत्रों में पेशेवर उत्कृष्टता विकसित करने में मदद करने के लिए एफएमसी के द्वारा शुरू की गई पहल की सराहना की. उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक, अनुसंधान और विस्तार कार्यक्रमों में अग्रणी औद्योगिक साझेदारों के साथ पीएयू के सहयोग पर प्रकाश डाला और छात्रों के भविष्य व अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में ऐसे सहयोगों के महत्व पर ज़ोर दिया

पीएयू ने विश्वविद्यालय के परास्नातक छात्रों के लिए एफएमसी के विशेषज्ञों के साथ एक समर्पित बातचीत कार्यक्रम का आयोजन भी किया जिसमें छात्र समुदाय को आमतौर पर कृषि उद्योग और विशेष रूप से एफएमसी में करियर के अवसरों के बारे में जानने में मदद मिली।

एफएमसी के बारे में

एफएमसी कॉर्पोरेशन एक वैश्विक कृषि विज्ञान कंपनी है जो किसानों को बदलते वातावरण के साथ अनुकूलन बनाते हुए विश्व की जनसंख्या के लिए भोजन, खाद्य, रेशे और ईंधन उत्पादित करने में मदद करने के लिए समर्पित है. एफएमसी के नवोन्मेषी फसल सुरक्षा समाधान - जिनमें जैविक समाधान, फसल पोषण समाधान व डिजिटल और सटीक कृषि से संबंधित समाधान शामिल हैं - फसल उत्पादकों, फसल सलाहकारों और टर्फ और कीट प्रबंधन से जुड़े पेशेवरों को पर्यावरण की सुरक्षा करते हुए आर्थिक रूप से अपनी सबसे कठिन चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाते हैं. दुनियाभर में 100 से अधिक कार्यालयों/कारखानों में लगभग 6,400 कर्मचारियों के साथ, एफएमसी नए शाकनाशी, कीटनाशी और फफूंदनाशी सक्रिय घटकों की खोज करने और उत्पाद निर्माण की पद्धतियों और अग्रणी तकनीकों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो इस दुनिया के लिए लगातार बेहतर साबित हो सकें। जाएं fmc.com और ag.fmc.com/in/en अधिक जानने के लिए और इन प्लेटफॉर्म पर एफएमसी इंडिया को फॉलो करें फेसबुक® और यूट्यूब®.