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एफएमसी कॉर्पोरेशन को पानी की संधारणीयता में योगदान के लिए सम्मानित किया गया

एफएमसी कॉर्पोरेशन एक प्रमुख कृषि विज्ञान कंपनी है, जिसे विश्व जल दिवस 2022 के अवसर पर मान्यता प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है. एफएमसी को भारत में जल प्रबंधन में अपने अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया है-यह सम्मान विश्व जल दिवस 2022 के अवसर पर टेरी-आईडब्लूए-यूएनडीपी वॉटर सस्टेनेबिलिटी अवार्ड्स 2021-22 के उद्घाटन समारोह में दिया गया है यह पुरस्कार कार्यक्रम ऊर्जा अनुसंधान संस्थान, अंतरराष्ट्रीय जल संघ और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।

एफएमसी अपने प्रमुख परियोजना 'समर्थ' के तहत एक अभियान चला रहा है, जिसका उद्देश्य भारत में 2024 तक 200,000 किसान परिवारों तक सुरक्षित और पीने योग्य पानी पहुंचाना है. परियोजना 'समर्थ' के तहत अब तक उत्तर प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों में 57 सामुदायिक जल शोधन संयंत्रों को शुरू किया गया है, जिससे लगभग 100,000 कृषक परिवारों को लाभ मिला है. कंपनी अब वर्ष 2022 में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात और अन्य दूसरे राज्यों में परियोजना का विस्तार कर रही है।

"एफएमसी इंडिया के अध्यक्ष श्री रवि अन्नवरपु ने कहा, "संधारणीयता की दिशा में हमारे प्रयासों के लिए सम्मानित किया जाना हमारे लिए गौरव की बात है. हमारा लक्ष्य कृषक समाज को सशक्त बनाना और परियोजना 'समर्थ' जैसी विभिन्न पहलों और सामुदायिक कार्यक्रमों के माध्यम से उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना है। हमारे 4,000 से अधिक तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा किसानों को अच्छी कृषि पद्धतियों और पानी के सतत उपयोग के बारे में शिक्षित किया जाता है, ताकि पानी के उपयोग को अनुकूलित करते हुए उत्पादकता को बेहतर बनाया जा सके। हम पानी की खपत के बेहतरीन तरीकों के बारे में बड़े पैमाने पर समुदाय पर शिक्षित करने की कोशिश करते हैं, और हम टेरी-आईडब्लूए-यूएनडीपी द्वारा मान्यता देने के लिए आभारी हैं। इससे हमें जल प्रबंधन के हमारे मिशन को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।”

जल शोधन संयंत्रों को शुरू करने के अलावा, एफएमसी तकनीकी विशेषज्ञों और चैनल भागीदारों के अपने व्यापक नेटवर्क के माध्यम से कृषि में पानी के धारणीय उपयोग को भी बढ़ावा देता है।

यह पुरस्कार एफएमसी इंडिया के सार्वजनिक और उद्योग मामलों के निदेशक श्री राजू कपूर ने, मुख्य अतिथि भारत के लोकपाल सचिव भरत लाल, पूर्व अपर सचिव, जल जीवन मिशन एवं सुश्री शोको नोडा की उपस्थिति में प्राप्त किया।

टेरी-आईडब्लूए-यूएनडीपी वॉटर सस्टेनेबिलिटी अवार्ड का उद्देश्य 'जल संतुलन' (पानी के उपयोग में कमी और उपयोग के लिए पानी की समान उपलब्धता) संबंधित दृष्टिकोण को अपनाने के माध्यम से, विभिन्न हितधारकों के बीच पानी की खपत को कम करके संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास को प्रोत्साहित करना है. यह पुरस्कार जल से जुड़े क्षेत्र में कई श्रेणियों और डोमेन में दिया जाता है और इसका लक्ष्य उन विभिन्न हितधारकों, जैसे व्यक्तियों, सामाजिक संगठनों, उद्योगों, नगरपालिका बोर्डों, ग्राम पंचायतों और आरडब्ल्यूए की पहचानना करना और प्रोत्साहित करना है, जो सबसे परिवर्तनकारी, प्रभावशाली और नए तरीकों से जल को लेकर स्थानीय गतिविधि का नेतृत्व कर रहे हैं।